जब कोई व्यक्ति किसी उद्देश्य के लिए आपके System Function (कम्प्युटर, नेटवर्क, सर्वरआदि)में कमजोरी को ढूँढे या फिर System को अपने अनुसार Modify करके डाटा को चुरा लेता हैं, नष्ट कर देता हैं या फिर उसे बदल देता हैं, यह प्रक्रिया हैकिंग कहलाती है.
जिस व्यक्ति द्वारा यह तकनीकि चालाकि को अंजाम दिया जाता है उस व्यक्ति को हैकर कहते हैं.
हैकर आपके कम्प्युटर या नेटवर्क में विभिन्न प्रकार से सेंध लगाने की कोशिश करते हैं. इन हैंकिंग तकनीकों में
- पासवर्ड पता लगाना
- सर्वर या नेटवर्क में मौजूद कोई तकनीकि खामि के बारे में जानना
- विभिन्न प्रकार के एक जैसी वेबसाईटों के माध्यम से डाटा एकत्रि करना
- खराब और लेकिन उपयोगी सॉफ्टवेयर बनाकर कम्प्युटर की जानकारी चुराना और डाटा नष्ट करना
- आपके द्वारा टाईप किए गए शब्दों पर निगरानी रखना इस काम को Key Logging कहते हैं.
हैंकिग एक नकारात्मक शब्द हैं. और किसी गलत काम का ही बोध कराता हैं. यह बात सही भी है. क्योंकि अधिकतर हैंकिग गलत उद्देश्य से ही की जाती हैं. मगर इसका एक दूसरा पहलू भी हैं.
जिसके बारे में हम नीचे बात कर रहे है.